छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार का बजट जनता को पुरी तरह निराश करने वाला बजट :- आ.आ पार्टी जिला अध्यक्ष रमाशंकर मिश्रा...

कल छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार द्वारा 5 वाँ बजट पेश किया गया जो कि प्रदेश की जनता को पुरी तरह निराश करने वाला बजट साबित हुआ। राज्य में 2 लाख से ज्यादा अनियमित कर्मचारी सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं उनके लिए ये बजट घोर निराशा लेकर आया है। प्रदेश में 19 लाख से ज्यादा बेरोजगार युवक रजिस्टर हैं इनमे से कुछ को ही कई शर्तो के साथ बजट में शामिल करने की बात है। प्रदेश में 4 मेडिकल कालेज खोलने की बात की गई है इसका हम स्वागत करते हैं लेकिन बजट राशि 200 करोड़ रखी गई है जिससे स्ट्रेकचर खड़ा कर पाना संभव नहीं होगा। 101 आत्मानंद स्कूल खोलने की बात बजट में प्रावधान किया गया है लेकिन बजट राशि पर एक स्कूल 7.99 करोड़ को देखकर समझा जा सकता है कि इतने में स्ट्रेकचर खड़ा करना संभव नहीं होगा। होमगार्डों को 63 सौ से 64 सौ 20 रुपए किया गया है जबकि इनका काम पुलिस के बराबर है। सरकार 82000 करोड़ का कर्ज लेकर छत्तीसगढ़ को कर्ज में डुबाने का कार्य है। 460 करोड़ हर महीने ब्याज दिया जा रहा है जिससे कई स्कूल, अस्पताल बनाए जा सकते हैं। सरकार टैक्स पेयरों के पैसे का दुरुपयोग कर रही है जनता को मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की जा रही है। आज भी शिक्षा, स्वास्थ, बिजली, पानी, सड़क, महिला सशक्ति करण आदि सभी योजनाएं फेल हैं। नरवा , गरुवा, घुरवा वाडी का हाल बेहाल है। किसान खाद,बीज, सिंचाई सुविधाओं के लिए परेशान हैं। 36 वादे करके सरकार मे आए परन्तु अधिकतर वादे आज भी अधूरे पड़े हैं। शराब बंदी पर कोई बात नहीं की गई। विधवा पेंशन 1000 वाली बात अधूरी रह गई। 75 साल के बुजुर्गों को 1500, 60 साल के बुजुर्गों को 1000 देने की बात कोरा ही साबित हुआ है। नर्सरी से पोस्ट ग्रेजुएशन तक बालिकाओं की शिक्षा का वादा अधूरा ही रह गया। इस बजट से प्रदेश की जनता के हाथ निराशा ही आई है और आने वाले समय में प्रदेश की जनता जनार्दन जवाब भी देगी।