टांडा, रामपुर में स्वतंत्रता सैनानी वफाउर्रहमान जा यौमे पैदाइश दिवस मनाया

टांडा, रामपुर में स्वतंत्रता सैनानी वफाउर्रहमान जा यौमे पैदाइश दिवस मनाया
टांडा, रामपुर।
जनपद रामपुर की तहसील क्षेत्र के सन राइज इंटर कॉलेज टांडा में स्वतंत्रता सेनानी वफ़ाउर्रहमान जामई की 109 वीं यौमे पैदाइश के मौके कुरान ख्वानी और दुआइया तकरीब का आयोजन किया गया।
जलसे की सदारत अशरफ़ मुनीन जी सदर इस्लाही कमेटी बंजारान टांडा ने की प्रोग्राम के शुरू में वफाउर्रहमान के पुत्र सईद रहमानी ने अपने वालिद के जीवन पर रोशनी डालते हुए कहा कि उन्होंने हिंदुस्तान की आजादी के लिए महात्मा गांधी पंडित जवाहर लाल नेहरू मौलाना अबुल कलाम आजाद डॉक्टर जाकिर हुसैन सय्यद फखरुद्दीन अली अहमद मौलाना मोहम्मद अली जौहर जैसे वीर सपूतों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर देश के हित में काम किया। वह एक सादा मिजाज़ इंसान थे बहुत ही सादगी के साथ लोगों से मिलते थे। और सादा मिजाजी से ही लोगो से वार्ता किया करते थे वह बच्चों से निहायत शफकत से पेश आते थे। अपनी जेब में हर वक्त टाफी और सफेद इलाइची जरूर रखते थे जब भी रास्ते में चलते तब कोई भी बच्चा या बड़ा मिलता उसको टाफी या इलाइची जरूर पेश करते थे। सईद रहमानी ने आगे कहा कि वह कहते थे कभी किसी से इंतिकाम मत लेना सब्र से काम लेना वतन के अम्नोआमान और कोमी यकजहती को खतरे में डाल कर अगर कोई ओहदा मिले तो उसे कभी स्वीकार न करें। चाहे वह ओहदा हीरे जवाहरात से जड़ कर सोने की थाली में रख कर मुफ्त में ही क्यूं ना पेश किया जाए।
सईद रहमानी ने सभी जिम्मेदारान टांडा से एक बात पर ज़्यादा गौर देने के लिए कहा की वफाउर्रहमान स्वतंत्रता सेनानी सियासी जिंदगी के साथ साथ समाजी कारकून भी थे 1974 में टांडा के चेयरमैन रहते इस्लाही कमेटी टांडा बनाई जिसका खास मकसद शादी बियाहों में फुजूल खर्ची को रोकने था। इसके लिए उन्होंने एक "दस्तूरुल अमल"बनाया था जिसको मेने अपनी किताब "वफ़ाउर्रहमान जामई हयातो खिदमात" में पूरा दस्तूरूल अमल लिखा है। सभी जिम्मेदारों से मेरी विनती की गई ह कि"दस्तूरुल अमल"को कायम किया जाए जिस से बस्ती में बिन ब्याही बेटियों के रिश्तों की आसानी हो सके में।
आखिर में इस तकरीब के अध्यक्ष अशरफ मुनीम जी ने वादा किया बहुत जल्द टांडा के सियासी वा फलाही जिम्मेदारों की एक मीटिंग बुलाई जाएगी जिस में उलमा इकराम भी होंगे इस ज्वलनशील मुद्दे पर वार्ता की जाएगी और वफ़ा के बनाए गए "दस्तूरुल अमल" पर विचार किया जाएगा।
दुआ जामिया रहमानिया के उस्ताद हदीस मौलाना सलमान साहब ने तथा निजामत लईक सैफी एडवोकेट ने की ।
इस मौके पर तस्लीम पहलवान मेंबर,मास्टर इकराम मेंबर,हाफिज उमर सदर मदरसा अहलेहदीस, मास्टर मौलाना सादिक,मास्टर गोहर अली,डॉक्टर राजवीर सिंह अध्यक्ष जूनियर शिक्षक संघ,मास्टर नफासत अली, मोहम्मद जामिन अध्यक्ष इकरा हाई स्कूल, मास्टर मोहम्मद मुबीन अध्यक्ष हमदर्द पब्लिक स्कूल,शमशाद अली उर्दू शिक्षक संघ रामपुर,मास्टर लुकमान सदर सन राइज इंटर कॉलेज,मौलाना जलील,उवैस इकराम,nihad रहमानी,मास्टर हाशिम,मोहम्मद हनीफ,कारी अज़हर,मास्टर इरफान, सरताज जहां रहमानी प्रबंधक सन राइज इंटर कॉलेज आदि उपस्थित रही।