एक सूत्रीय मांग को लेकर पंचायत सचिव अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जानिए क्या है मांग

एक सूत्रीय मांग को लेकर पंचायत सचिव अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जानिए क्या है मांग

ग्राम पंचायत के सचिव शासकीयकरण की मांग को लेकर काम बंद कलम बंद का नारा लगाते हुए पिछले दो दिनों से हड़ताल पर बैठ गए है। पूर्व में गोबर खरीदी का कार्य बंद किया और अब काम बंद कलम बंद हड़ताल पर बैठ चुके है। आपको बता दे कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा 6 मार्च 2023 को छत्तीसगढ़ का बजट पेश किया गया जिसमें ग्राम पंचायत सचिवों को बहुत सारी उम्मीदें थी विशेष रूप से विभाग में संविलियन शासकीय करण का आश्वासन सरकार द्वारा दिया गया था ग्राम पंचायत सचिव आस लगाए बैठे थे कि आज हमारी बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होने वाली है किंतु ऐसा नहीं हुआ जिससे नाराज पंचायत सचिवों ने मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना में गोबर खरीदी को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया है। आपको बताना चाहेंगे कि ग्राम पंचायत सचिवों की पिछले 20 वर्षों से शासकीय करण की मांग अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। जिसके कारण से ग्राम पंचायत सचिवों को शासन की मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिलती इस दौरान कितने सचिव सेवानिवृत्त हो चुके हैं एवं आपातकाल में कितने सचिवों की मृत्यु हुई है। किंतु दुर्भाग्य है शासकीय कार्य करने वाले इन ग्राम पंचायत सचिवों को शासन द्वारा किसी भी प्रकार का कोई लाभ नहीं दिया जाता। छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय निर्देशानुसार गोबर खरीदी और अब अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे है। देखना होगा आखिर दो दशक की मांग कब तक पूरी होती है। शासन से इस जंग से ग्रामीण जन जरूर परेशान है। कार्यालय सहित कई कार्य प्रभावित हो रहे है।