सात महीनों से मजदूरी भुकतान पाने तरस रहे मजदूर, सरपंच सचिव झाड़ रहे अपना पल्ला...

सात महीनों से मजदूरी भुकतान पाने तरस रहे मजदूर, सरपंच सचिव झाड़ रहे अपना पल्ला...

सीसी सड़क व पुलिया निर्माण में कार्य में लगे मजदूर आज मजदूरी भुकतान पाने के लिए तरस रहे है। सरपंच सचिव ने जब अपना पल्ला झाड़ लिया तो थक हार कर मजदूरों ने मीडिया को सहारा बनाया फिर बताई पूरी दास्तान ये मामला सुरजपुर जिले के जनपत पंचायत ओड़गी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला ग्राम पंचायत पालकेवरा का है। जहाँ क्षेत्र के विकास कार्यो के लिए जनपत निधि 15वें वित्त से सीसी सड़क व पुलिया का निर्माण कार्य कराया गया। मजदूरों के लिए रोजगार के द्वार खुले थे। मजदूरों ने बताया कि तीन सप्ताह कार्य लिया गया जिसके एवज में आज 7 महीने हो गए है। लेकिन मजदूरी भुकतान के लाले पड़े हुए है। ग्रामीणों ने सरपंच सचिव से कई बार दरख्वास्त की मजदूरी भुकतान दिलाया जाए परंतु ग्राम पंचायत सचिव ने उन्हें हड़ताल पर होने का हवाला देते रहे । हड़ताल खत्म होने के बाद भी सचिव मजदूरी भुकतान करने या कराने में असहाय नजर आ रहे है। जब दैनिक पृथक छत्तीसगढ़ न्यूज़ के संभागीय ब्यूरो ने ग्राम पंचायत सचिव से मामले पर फोन से बात की तो सचिव ने बताया कि निर्माण कार्य का मूल्यांकन नही हुआ है जिसके कारण निर्माण कार्य का भुकतान पंचायत को प्राप्त नही हुआ है। सचिव साहब सायद ये भूल गए कि पारदर्शिता बोर्ड पर

मद,लागत,मूल्यांकन राशि अंकित करवा चुके है। सचिव ने कहा कि कार्य का मूल्यांकन नही हुआ है? तो पारदर्शिता निर्माण कार्य सूचना पटल पर निर्माण कार्य का  मूल्यांकन राशि कैसे लिखा है? सचिव साहब झूट बोल रहे या सूचना पटल झूटी लिखावट लिए खड़ा है जो समझ से परे है। मामले पर आगे पहल करते हुए हमने जनपत सीईओ ओड़गी को संज्ञान में लाया साहब ने तो फोन नही उठाया पर व्हाट्सअप सोसल मीडिया के माध्यम से हमने मजदूरों का बयान और सूचना पटल की फोटो वीडियो भेज कर उनका मामले पर कथन जानना चाहा साहब ने हमारे द्वारा भेजे गए व्हाट्सअप मेसेज को देखा जरूर पर मामले पर कुछ कहना उचित नही समझे । अब ऐसी स्थिति में मजदूरों की ये पीड़ा कब तक हल होगी ये समझ से परे है।