बम्हनीडीह के होनहार बेटी का प्रथम प्रयास में ही DSP के लिए चयन, बोलीं- हिम्मत और धैर्य ने दिलाई सफलता

बम्हनीडीह के होनहार बेटी का प्रथम प्रयास में ही DSP के लिए चयन, बोलीं- हिम्मत और धैर्य ने दिलाई सफलता
बम्हनीडीह के होनहार बेटी का प्रथम प्रयास में ही DSP के लिए चयन, बोलीं- हिम्मत और धैर्य ने दिलाई सफलता

हेमंत जायसवाल @जांजगीर-चांपा :- मंजिल कितनी भी कठिन क्यों न हो आपकी मेहनत आपको सफलता की राह पर ले ही जाती है। राह में अगर मुश्किलें आये तो घैर्य और हिम्मत के साथ सच्चे इरादे की जरूरत होती है। इसी ध्येय वाक्य के साथ जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह की बेटी सुमन जायसवाल ने छत्तीसगढ़ पीएससी की परीक्षा में सफलता अर्जित करते हुए उप पुलिस अधीक्षक के पद पर चयनित हुई हैं।

सुमन जायसवाल का जन्म ग्राम बम्हनीडीह में हुआ और उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा से लेकर बारहवीं तक की परीक्षा गांव में ही रहकर कि प्राप्त की। इसके बाद बिलासपुर से काॅलेज कर कोचिंग ज्वाइन कर पीएससी की तैयारी शुरू की और प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल करते हुए डीएसपी बनकर माता-पिता और बम्हनीडीह का नाम रोशन किया।

माता-पिता परिवार को बताया प्रेरणाश्रोत

सुमन जायसवाल मुताबिक उनके पुलिस अफसर बनने का सबसे श्रेय अपने माता-पिता और भैया सोनू जायसवाल को देती है। परिवार के सपोर्ट से ही उन्होंने पीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू किया व इस मुकाम तक पहुच पाई है। इसके अलावा उनके माता पिता जो ग्रामीण पृष्टभूमि के होने के बावजूद हमेशा से ही मुझे पढ़ाने लिखाने में कोई कमी नहीं किया।

पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की, परिवार में खुशी का माहौल

सुमन जायसवाल शुरु से ही मेधावी छात्र रही है सुमन जायसवाल ने कहा कि अपने सपने को साकार करने सच्चे इरादे की जरूरत होती है। प्रत्येक विधार्थी के पास सफलता के लिये कड़ी मेहनत के साथ साथ हौसला होना भी आवश्यक है। उन्होंने प्रतिदिन 6-7 घंटे तक पढ़ाई की। अपनी पढ़ाई में औसतन 6 घंटे की पढ़ाई अनिवार्य रूप से की जिसके चलते वह यहां तक पहुंची उनका पहले ही प्रयास में डीएसपी के पद पर चयन हुआ वहीं परिवार में खुशी का माहौल है।