भाजपा के वायरल संभावित प्रत्याशी सूची के जैजैपुर मे बाहरी प्रत्याशी का नाम होने से कार्यकर्ताओं मे हताशा और निराशा का वातावरण

भाजपा के वायरल संभावित प्रत्याशी सूची के जैजैपुर मे बाहरी प्रत्याशी का नाम होने से कार्यकर्ताओं मे हताशा और निराशा का वातावरण

जांजगीर-चांपा:- कल सोशल मीडिया मे जारी संभावित प्रत्याशियों की सूची मे भारतीय जनता पार्टी से क्षेत्र क्रमांक 37,जैजैपुर विधानसभा में अन्य विधानसभा के निवासी कृष्णकांत चंद्रा का नाम आने से भाजपा कार्यकर्ताओं मे हताशा छा गई है I जैजैपुर की जनता भी हतप्रभ है कि जैजैपुर विधानसभा मे इतने सारे काबिल चेहरों के बावजूद एक बाहरी प्रत्याशी को टिकट दिये जाने कि संभावना है I जिसका नाम भी जनता पहली बार सुन रही है I बहरहाल पार्टी के सर्वे और सारे दावे वायरल संभावित प्रत्याशी सूची के जैजैपुर मे बाहरी प्रत्याशी का नाम होने से कार्यकर्ताओं मे हताशा और निराशा का वातावरण है वहीं पार्टी के दावे खोखले साबित हुए जिसमे पार्टी ने नये और फ्रेस चेहरे के उपर दाँव लगाने का ताल ठोक रही थी I क्योंकि कृष्णकांत चंद्रा का किसी भी सर्वे या जनता या कार्यकर्ता की जुबान मे दूर दूर तक नाम नहीं था I कृष्णकांत चंद्रा के बारे मे कहा जाता है कि वो मण्डल अध्यक्ष के बाद किसी कार्यकर्ता को भी नहीं पहचानते I

यदि कृष्णकांत को केवल चंद्रा है इसलिए टिकट दे दिया गया है तो पार्टी धोखे मे है क्योंकि जैजैपुर विधानसभा मे जो भी चंद्रा गाँव बाहुल्य है वो मौजूदा बसपा विधायक केशव चंद्रा का स्थानीय क्षेत्र है I उस क्षेत्र में किसी बाहरी विधानसभा के प्रत्याशी को चंद्रा सामाज के लोग वोट नहीं करेंगे I

 कृष्णकांत चंद्रा स्वयं चंद्रपुर से 2 बार चुनाव हार गये है I 2003 में पार्टी से 13000 के बड़े अंतर से NCP से चुनाव हारे I उसके बाद 2008 में भाजपा के प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव में लड़कर अपनी पूरी ताकत और पैसा लगाने के बाद मात्र जनपद सदस्य जितना 6000 वोट में सिमट गये I

जैजैपुर विधानसभा के किसी भी क्षेत्र में उनका जनाधार नहीं है, केवल जिला स्तर के पदाधिकारी ही उनको जानते पहचानते है I सहजता, सरलता और सक्रियता से दूर –दूर तक कोई नाता नही है I

 चंद्रा सामाज से ही प्रत्याशी चुनना था तो सत्यनारायण चंद्रा भोथिया , कीर्तन चंद्रा अरसिया, भूषण चंद्रा या सत्यनारायण चंद्रा गाड़ामोर जैसे स्थानीय प्रत्याशी विकल्प हो सकते थे I संगठन में भी अच्छा ख़ासा विरोध है लगातार कई वर्ष से फेसबुक और वाट्सअप जैसे सोशल मिडिया के माध्यम से नाराज कार्यकर्ता खुलकर विरोध करते दिखाई देते रहे है I कृष्णकांत चंद्रा सांसद गुहाराम अजगल्ले के कृपा पात्र है, जिलाध्यक्ष बनाने में और टिकट दिलाने में प्रमुख भूमिका उन्ही की है जिनका खुद का बहुत विरोध है I अब यहाँ से यदि लोकसभा में पार्टी उनको फिर से प्रत्याशी बनाती है तो जैजैपुर विधानसभा के सभी टिकटार्थियों के विरोध का भी उनको सामना करना पड़ेगा I खैर समय तय करेगा कि ये सूची सही है या गलत फिलहाल तो कृष्णकांत चंद्रा के नाम से जैजैपुर विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी हताशा और निराशा का वातावरण है I