मानव तस्करी मामले में लोरमी पुलिस को मिली बड़ी सफलता,,2019 से फरार आरोपी को बिलासपुर से किया गया गिरफ्तार

लोरमी -- लोरमी पुलिस को मानव तस्करी मामले में बड़ी सफलता मिली है। जिसमे फरार एक आरोपी को बिलासपुर सरकंडा से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया है। जिसे आज न्यायिक रिमांड पर भेज गया।
पूरा मामला 2019 का है जब आरोपी सिमा वर्मा,देवी प्रसाद तिवारी और संदीप वैष्णव के द्वारा युवती को शादी कराने का झांसा देकर राजस्थान के करौली जिला ले जाया गया जहाँ आरोपियों के द्वारा युवती को पप्पू जाटव नामक युवक को बेच दिया गया। जिसके बाद पप्पू जाटव ने युवती के साथ दैहिक शोषण किया। वहीं कुछ दिनों पश्चात युवती इन आरोपियों के चंगुल से भाग कर लोरमी पहुची जहाँ युवती ने चारों के खिलाफ लोरमी थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद लोरमी पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्यवाही करते हुए मुख्य आरोपी सीमा वर्मा को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं तीन आरोपियों तक पुलिस नही पहुँच पाई थी। जिसके बाद न्यायालय से तीनों आरोपियों के खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया था। वहीं वारंट जारी होने के बाद लोरमी पुलिस पर तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी करने का दबाव बना हुआ था। वहीं कुछ दिनों पूर्व पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी संदीप वैष्णव बिलासपुर में रह रहा है जिसकी जानकारी होते ही मुंगेली पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह के निर्देश पर थाना प्रभारी गौरव पांडेय ने आरोपी संदीप वैष्णव को बिलासपुर सरकंडा स्थित श्री विहार से घेराबन्दी कर गिरफ्तार किया गया। उक्त मामले में पूर्व में ही मुख्य आरोपी सिमा वर्मा की गिरफ्तारी की जा चुकी थी वहीं संदीप वैष्णव कि गिरफ्तारी के बाद दो आरोपी देवीप्रसाद तिवारी और राजस्थान के करौली जिले का निवासी पप्पू जाटव अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है जिनकी पतासाजी की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी संदीप वैष्णव के खिलाफ धारा 306,365,366,376,365,120बी,34,छ ग निजी नियो.अधि.2013 की धारा 9 (1)(2) के तहत कार्यवाही कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। इस पूरे कार्यवाही में प्रधान आरक्षक नरेश यादव,प्रधान आरक्षक लोकेश सिंह राजपूत की अहम भूमिका रही।